कोरोना स॑क्रमण के नाम पर, अर्थ अर्जित करने वाले, कुछेक चिकित्सा जगत के लोगों के द्वार पर, आफ़त दस्तक देने वाली है


 


    (निलेश चुन्नीलाल परमार )


उज्जैन / बड़नगर , चिकित्सा जगत में कुछ अच्छे चिकित्सक भी है तो कंई अर्थ के अंधे होकर नियम कानून कायदों को भी लांघ चूके हैं। कंई प्रकरण आलोक में ऐसे आ रहें हैं जिन्होंने कोरोना संक्रमण संबंधित कोई जांच ही नहीं करवाई ओर उन्हें कोरोना परिक्षण परिणाम प्राप्त हो रहें हैं।


 


ऐसे एक दो नहीं कंई प्रकरण आलोक में आ रहें हैं।


ऐसे संडयंत्र से प्रभावित पिडीत लोग, चिकित्सकों के अवेध धन लालसा में किये गये अवेध कार्यों की जन्म कुंडली बनाने लग गये हैं। कोरोना स॑क्रमण काल को देश ने नहीं दुनिया ने विश्व आपदा माना हुआ है तो ऐसे में अर्थ लोभियों ने धन कमाने का अवसर। ऐसे लोगों की कालि करतूतों के काले पन्ने हर दिन के इस समाचार संस्करण में खूलते रहेंगे। ये लोग मानवता के दुश्मन है ,जिन्होंने ने अपनी ला परवाही या धन कमाने के चक्कर में ,कंई स्वस्थ लोगों को अ स्वस्थ बनाकर कोरोना कोड़ में सम्मिलित कर दिया है, तो कईयों को बिना जांच के ही कोरोना स॑क्रमण परिक्षण के प्रमाण पत्र भी मिल रहें हैं।


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