प्रशासन ओर पुलिस प्रशासन ने बतौर आस्था प्रकट कर , भगवान मंहाकालेश्वर के शिखर दर्शन कर दूर से ही धरती माँ को लगाकर मस्तक ,देश दुनिया ओर उज्जैन को कोरोना से मुक्ति दिलाने की मन ही मन की हैं अरदास-
(वीरेंद्र ठाकुर)
उज्जैन / कोरोना महामारी दिनों दिन अनियंत्रित हो रही है, प्रशासन ओर पुलिस प्रशासन दो माह से दो दो हाथ कर रहा है दो माह से परिवार से दूर रहकर कोरोना संक्रमित व्यक्तियों को संक्रमण ओर संक्रमण को नियंत्रित करने में लगें हुए हैं । सफलता भी मिल रही है किन्तु संतोषजनक नहीं है । कहावत हैं जब सारे रास्ते अवरुद्ध हो जाते हैं तब आस्था ही वह शक्ति होती है, जो व्यक्ति को समस्या से निदान पाने में कारगर साबित होती है ।
हालांकि शासन ओर प्रशासनिक कार्य ओर शक्तियों में आस्था प्रकटीकरण करना आवश्यक नहीं है ,ओर विवादों का कारण भी कभी कभी बना रहा है।,क्यूँ की प्रशासनिक अधिकारी को अपने शासकीय अधिकारीक कर्तव्य निर्वहन करते वक्त, सर्वधर्म समभाव मय बने रहना श्रेष्ठ गुण माने जाते हैं ।
समय की नज़ाकत ओर सबके भले के लिये शिर्ष अधिकारी को ईश्वरीय शक्ति के सामने मस्तक टेकना भी सर्व श्रेष्ठ गुण माना जाता है ।
इसी कडी में, एडिशनल एसपी रूपेश द्विवेदी व एसडीएम आरपी तिवारी ने , आज विश्व विख्यात भूत भगवान मंहाकालेश्वर के शिखर दर्शन करते हुए, आत्म मुक्त होकर सब सुखाय कामना भाव से, धरती माँ के चरण वंदन करते हुए, कोरोना महामारी से सबको मुक्ति दिलवाने की अरदास भगवान मंहाकालेश्वर से की हैं ।