भगवान महाकाल मन्दिर के विकास और विस्तारीकरण का काम जल्द शुरू होगा, संभागायुक्त एवं कलेक्टर आदि अधिकारियों ने निरीक्षण कर दिये आवश्यक निर्देश
वीरेंद्र ठाकुर
उज्जैन । भगवान श्री महाकाल के कारण पूरे विश्व में मध्य प्रदेश के साथ-साथ उज्जैन की पहचान है। श्री महाकालेश्वर मन्दिर में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु देवदर्शन के लिये आते हैं। आयेदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की वृद्धि होने के कारण उनकी सुविधाओं का ध्यान रखना भी सरकार के साथ-साथ जिला प्रशासन, मन्दिर प्रशासन का है। मन्दिर के विकास और विस्तारीकरण का काम शीघ्र शुरू होगा। इसको ध्यान में रखते हुए संभागायुक्त श्री आनन्द कुमार शर्मा, कलेक्टर शशांक मिश्र ने अधिकारियों के साथ महाकाल मन्दिर एवं मन्दिर के बाहर चल रहे विकास कार्यों एवं जल्द शुरू होने वाले कामों के बारे में निरीक्षण कर सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। संभागायुक्त ने बताया कि पूर्व में बनाई गई योजनाओं का अब मन्दिर के विकास एवं विस्तारीकरण को मूर्तरूप मिल रहा है।
संभागायुक्त शर्मा ने कलेक्टर के साथ सर्वप्रथम त्रिवेणी संग्रहालय के नजदीक चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान फेसिलिटी सेन्टर फेज-2 के निर्माण कार्यों का निरीक्षण कर निर्देश दिये कि यहां पर मेडिकल सेन्टर के साथ-साथ धार्मिक लायब्रेरी खोली जाये, ताकि श्रद्धालुओं को लाभ मिले। वाईफाई झोन भी बनाया जाये।
संभागायुक्त ने अधिकारियों के साथ पुलिस चौकी, मुख्य द्वार होते हुए मार्बल गलियारा, सभा मण्डप, ओंकारेश्वर मन्दिर परिसर आदि स्थलों का निरीक्षण कर सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। सभा मण्डप के निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि सभा मण्डप में वुडन क्लेडिंग की जाये।
मन्दिर का विकास मास्टर प्लान पर केन्द्रित है। स्मार्ट सिटी के माध्यम से राज्य सरकार करोड़ों रुपये के विकास कार्य कर रही है। मास्टर प्लान के प्रावधान के अन्तर्गत मन्दिर के सामने भवनों के निर्माण की अनुज्ञा नहीं दी जायेगी। मन्दिर के सम्पूर्ण क्षेत्र को हेरिटेज लुक दिया जा रहा है। स्मार्ट सिटी मल्टीलेवल पार्किंग हेतु चार हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण कर अन्तरित की गई है। फेसिलिटी सेन्टर फेज-2 की 24 करोड़ की लागत से निर्माण कार्य किया जा रहा है। मन्दिर के भावी विकास को देखते हुए नृसिंह घाट क्षेत्र में भी भूमि मन्दिर समिति द्वारा क्रय कर विकास कार्य किया जायेगा। विकास कार्य में दानदाताओं का सहयोग भी लिया जायेगा। राज्य सरकार के मुखिया कमल नाथ ने महाकाल मन्दिर के विस्तार और व्यवस्थाओं में सुधार के लिये
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये 300 करोड़ रुपये की योजना शुरू करने के निर्देश पूर्व में दिये थे।
निर्देशों के परिपालन में मन्दिर का विकास एवं विस्तारीकरण का कार्य शुरू हो गया है और दूसरे कार्य भी शुरू शीघ्र होंगे। करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था के इस केन्द्र का सुनियोजित विकास किया जायेगा। श्रद्धालुओं की सुविधाओं को बढ़ाने के साथ ही महाकाल मन्दिर के प्रवेश, निर्गम, फ्रंटियर यार्ड, महाकाल थीम पार्क, महाकाल कॉरिडोर, वर्केंज लांग पार्किंग आदि का विकास और निर्माण होगा। इसके अलावा महाराजवाड़ा, कॉम्पलेक्स, कुंभ संग्रहालय, महाकाल से जुड़ी विभिन्न कथाओं का प्रदर्शन, अन्नक्षेत्र, धर्मशाला, पर्यटन आदि के विकास कार्य भी किये जायेंगे।
निरीक्षण के दौरान
प्रशासक एसएस रावत ने वरिष्ठ अधिकारियों को महाकाल मन्दिर के विस्तार एवं विकास कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर स्मार्ट सिटी के सीईओ प्रदीप जैन, श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के सदस्य पं.आशीष पुजारी, उप प्रशासक मूलचन्द जूनवाल, सहायक प्रशासक चन्द्रशेखर जोशी, प्रतीक द्विवेदी, यूडीए के ईई केसी पाटीदार सहित अन्य अधिकारी आदि उपस्थित थे।